Friday 31 January 2020

पंचकर्मा (pnchkarma) से दुरुस्‍त रखें अपना तन-मन

किसी भी बीमारी के बैक्टीरिया को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेद बेस्ट विकल्प है ।आयुर्वेद में बिना शल्य चिकित्सा के किसी भी बीमारी को जड़ से खत्म करने की औषधि और साधन मौजूद है । इसके साथ-साथ आयुर्वेद में पंचकर्म विधि द्वारा बहुत ही कारगर उपाय किया जाता है । यह प्रक्रिया काफी जांची परखी बहुत कारगर सिद्ध होती है । जिसमें शरीर को पूरी तरह निरोग बनाने का काम किया जाता है ताकि औषधि का भरपूर लाभ शरीर को मिल सके । उनमें से एक हैं आयुर्वेद की पंचकर्मा पद्धति, तो आइए जानते है पंचकर्म विधि होती क्या है । पंचकर्म से दुरुस्‍त रखें अपना तन-मन –


पंचकर्मा (पांच तरह के कर्म) जैसा की इसके नाम से ज्ञात होता है इसमें 5 तरह का ट्रीटमेंट मरीज को दिया जाता है।
पंचकर्मा (पांच तरह के कर्म) जैसा की इसके नाम से ज्ञात होता है इसमें 5 तरह का ट्रीटमेंट मरीज को दिया जाता है
पहला स्टेप वमन थेरेपी – (उल्टी )
इस थेरेपी में उल्टी के माध्यम से शरीर के दूषित खट्टे , लवणयुक्त तत्वों को उल्टी द्वारा बाहर निकाला जाता है । इसमें मरीज को उल्टी आने की औषधि दी जाती है जिससे बार – बार उल्टी आती है और पेट में जमी हुई जहरीली गैस, वायु , वात -पित्त सभी उल्टी के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं । शरीर अधिक निरोग बनकर सक्रिय होकर कार्य करना शुरू कर देता है । जिन लोगों को अस्थमा की शिकायत होती है उनके लिए तो यह थेरेपी बहुत कारगर सिद्ध होती है ।
पंचकर्म पद्धति में दूसरा स्टेप विरेचन –
विरेचन प्रक्रिया में औषधियों द्वारा बार-बार दस्त लगने की दवा दी जाती है जिससे मल के द्वारा शरीर के सारे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते है । आजकल ज्यादातर फास्ट फूड का चलन बन गया है ऐसे फूड मैदे से बने होते है और ऐसा खाना पेट में जाकर जम जाता है और विषाक्त पदार्थ बन जाता है । गलत खानपान की वजह से ही रोज पेट पूरी तरह से साफ नहीं हो पाता और पेट में दूषित पदार्थ जमा हुए रहते हैं जो कई बीमारियों की जड़ होते हैं विवेचन प्रक्रिया से पेट को पूरी तरह साफ बना दिया जाता है जिससे शरीर में स्फूर्ति का संचार होता है और यह पद्धति मोटापा वाले व्यक्ति के लिए काफी लाभदायक है जिन लोगों को कब्ज की शिकायत रहती है उनके लिए तो यह थेरेपी वरदान है।
पंचकर्मा पद्धति का तीसरा स्टेप है नस्य क्रिया –
इस प्रक्रिया में नाक में औषधीय तेल डाला जाता है जो ऊपर सिर में जाकर विषाक्त पदार्थ को बाहर निकाल लाता है । कभी-कभी मरीज को हल्के हाथों से सिर पर मालिश भी दी जाती है । जिन लोगों को माइग्रेन वह डिप्रेशन की समस्या होती है उन लोगों के लिए यह प्रक्रिया बहुत ही राहत दिलाने वाली होती है और जिन लोगों के सिर में बालों की समस्या होती है वह भी इस प्रक्रिया से खत्म हो जाती है । इसके अलावा मस्तिष्क में जमी वात , कफ पित में भी यह प्रक्रिया काफी कारगर सिद्ध होती है ।


पंचकर्मा पद्धति का चौथा स्टेप अनुवासन वस्ती –
इस पद्धति में शरीर को पूरी तरह निरोग बनाया जाता है मरीज को भरपूर पौष्टिक आहार दिया जाता है वास्तव में तो यह पद्धति पंचकर्म विधि का आधार मानी गई है । मरीज को ज्यादा तरल पदार्थ दिए जाते हैं जैसे दूध, दही, घी, मक्खन आदि का सेवन करवाया जाता है जो पेट को पूरी तरह से साफ बना कर ऊर्जावान कर देता है । क्योंकि हमारे खान-पान में जितना तरल और पौष्टिक आहार रहेगा शरीर उतना ही सक्रिय होकर कार्य करने लग जाएगा । पुराने जमाने के लोग इसीलिए स्वस्थ रहते थे क्योंकि वे तरल पदार्थ ज्यादा लेते थे । उनके खानपान में दूध, दही लस्सी की भरमार होती थी ।
पांचवा स्टेप रक्तमोक्षण –
इस प्रक्रिया में शरीर में खराब खून को साफ किया जाता है। आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से आपके शरीर के खून को शुद्ध किया जाता है इस प्रक्रिया से रक्त संबंधित सभी रोग ठीक हो जाते हैं जैसे अनीमिया, उच्च रक्तचाप, आदि ।
पंचकर्मा प्रक्रिया में बहुत सारे फायदे इस प्रक्रिया में शरीर को पूर्णतया दोषमुक्त बना दिया जाता है । जिससे शरीर में नई जान आ जाती है और नई स्फूर्ति से शरीर कार्य करने लग जाता है । इस प्रक्रिया में थोड़ा समय जरूर लगता है । थोड़ी धीरज की जरूरत होती है पर सभी बीमारियों को जड़ से खत्म कर देने का काम आयुर्वेद में होता है ।

इसके अलावा आयुर्वेद में योग क्रिया का भी सहारा लिया जाता है । प्राणायाम व योगक्रिया द्वारा असाध्य रोगों का सफलतापूर्वक इलाज किया जाता है । आशा आयुर्वेद सेंटर दिल्ली में कुशल एक्सपर्ट की देखरेख में योग क्रिया और पंचकर्मा विधि द्वारा मरीजो का इलाज किया जाता है ।
पंचकर्मा पद्धति से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है । आयुर्वेदिक औषधियों के सेवन से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है ना ही बहुत सारी महंगी दवाइयों का सेवन मरीज को कराया जाता है । और तो और जड़ी बूटी से निर्मित ओषधि खाने से मरीज के चेहरे पर चमक भी आ जाती है और शरीर में उत्साह बढ़ जाता है ।





दिल्ली के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर्स की बात करे तो आशा आयुर्वेदा सेंटर दिल्ली एक बेस्ट ऑप्शन हैं। जहां आपका बेहतर ट्रीटमेंट दिया जायेगा । अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें :

Aasha Ayurveda Panchkarma Centre in Delhi


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